Umpteen Rambling Thoughts, Emotions, Ideas, Opinions, Dreams, Stories... One Life!!!!
सपनो को ओढ़ते ओढ़ते, एक अरसा सा हो गया. कल तलक जो संग सफर में था, जाने कंहा खो गया. मुट्ठी भर रौशनी थी, जाने कंहा बिखर गयी, कई किस्से कई कहानियां, बस याद बन के रह गयी… उन यादों का भी आना जाना कम हो गया, जब से मेरी नींद का हिस्सा मेरा गम हो गया…!!!
Comments
Very beautiful creation...